आपको सुनकर थोड़ा अजीब लगेगा कि देश की सबसे बड़ी मुंबई महानगरपालिका में काम करने वाले कुछ अधिकारी इस हद तक भ्रष्टाचार में लिप्त है कि वो सैलरी तो लेते हैं किसी दूसरे इलाके में काम करने की,पर काम करते हैं किसी और इलाके में..इसकी वजह क्रीम एरिया और ज्यादा रिश्वत भी है..हालाकि ऐसे कई सारे मामले होते हैं पर नजर में कुछ ही आ पाते हैं..
छोटा अंबानी के नाम से मशहूर सहायक इंजीनियर मिस्टर सूर्यवंशी के काले कारनामों पर एक अच्छी खासी फिल्म बनाई जा सकती है..छोटा अंबानी इनको इसलिए भी बोला जाता है कि इनका रहन सहन किसी अंबानी से कम नहीं, महाराष्ट्र के अलावा विदेश में भी प्रॉपर्टी और इंवेस्टमेंट रखने वाले इस अधिकारी को सभी लोग छोटा अंबानी कहकर बुलाते हैं..फिलहाल मिस्टर सूर्यवंशी की हाजिरी और सैलरी E-वार्ड म्युनिसिपल ऑफिस के अकाउंट से निकलती है पर वो पिछले कई सालों से B-वार्ड म्युनिसिपल ऑफिस में काम कर रहे हैं..सहायक इंजीनियर के लिए B-वार्ड म्युनिसिपल ऑफिस एक मलाईदार इलाका है क्योकि यहां सब से ज्यादा अवैध निर्माण होते हैं..पतली गलियों और पुरानी जर्जर इमारतों से भरा B-वार्ड म्युनिसिपल ऑफिस का इलाका अपने अवैध कामों के लिए मशहूर है..4 फ्लोर से 10 फ्लोर तक की अवैध बिल्डिंग की B-वार्ड में भरमार है..
दरअसल पुरानी जर्जर इमारतों को यहां के टीनेंट भूमि माफियों को देकर अवैध तरीके से पुरानी दो मंज़िला इमारत को 10 मंज़िला तक ले जाते हैं.मस्जिद बंदर के कमर्शियल गोडाउन्स जो पतरे के शेड के बने होते हैं,उनको तोड़कर अवैध तरीके से कमर्शियल बिल्डिंग बना दी जाती है और इस अवैध काम पर कार्रवाई करने का काम वार्ड के सहायक इंजीनियर का होता है..B-वार्ड में कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है और स्वायर फिट के हिसाब से संबंधित अधिकारियों को पैसा दिया जाता है..जब इन इंजीनियर्स पर कार्रवाई करने के लिए दबाव बनता है तो उस अवैध निर्माण को कोर्ट द्वारा स्टे दिलवाने का काम भी ये इंजीनियर ही करते हैं पर उसकी अलग फीस होती है..मिस्टर सूर्यवंशी पिछले कई सालों से B-वार्ड में अवैध तरीके से बन गई और कई सारी बिल्डिंग को कोर्ट से स्टे भी दिलवा दिया है..
छोटा अंबानी नाम से मशहूर सूर्यवंशी सभी बड़े अधिकारियों को भी खुश रखते हैं..डीएमसी और एमसी सिटी से इनके डायरेक्ट संबंध होने की वजह से वार्ड के असिस्टैंट म्युनिसिपल कमिश्नर की इनके सामने कुछ नहीं चलती..यही वजह है कि पिछले कई साल से E-वार्ड म्युनिसिपल वार्ड में एक भी सहायक इंजीनियर नहीं है..सभी पोस्ट वैकेंट है और सूर्यवंशी, जोकि ऑन पेपर E-वार्ड में हैं वो B-वार्ड म्युनिसिपल एरिया में अपनी ड्यूटी दे रहा है..चाहकर भी E-वार्ड सहायक म्युनिसिपल कमिश्नर मिस्टर नितिन अर्ते तीन सहायक इंजीनियरों का चार्ज खुद संभाले हुए हैं..
सूर्यावंशी उर्फ छोटा अंबानी के बारे में सूत्रों का कहना है कि पिछले तीन सालों में कई करोड़ की बेनामी संपत्ति बनाई है..अपने छोटे भाई को विदेश भेज वहा भी काफी पैसा लगाया है..नामचीन भूमि माफिया मेराज रहमान, महबूब सोराठिया, सलीम मसाला, मोती वाला जैसे बिल्डर्स से सूर्यावंशी ने करोड़ों कमाए हैं…इन लोगों ने कई सारी अवैध बिल्डिंग और होटल्स बनाए हैं..सूत्रों का ये भी कहना है कि B-वार्ड में इन भूमि माफियों की धाक सिर्फ सूर्यावंशी की वजह से बनी हुई है और ये सभी लोग खुलेआम B-वार्ड ऑफिस में जाकर सूर्यावंशी के साथ चाय नाश्ता करते हैं..
जब इस बारे में हमने E-वार्ड के सहायक मनपा आयुक्त से बात करनी चाही तो उन्होने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. वहीं B-वार्ड के सहायक मनपा आयुक्त को जब हमने सूर्यावंशी द्वारा करप्ट प्रैक्टिस की जानकारी दी तो उन्होने भी इस मामले से पल्ला झाड़ लिया..
बताया ये जाता है कि सूर्यावंशी द्वारा सभी अधिकारियों को बराबर खुश रखा जाता है..यही वजह है कि कई सारी शिकायते होने के बाद भी सूर्यावंशी धड़ल्ले से B-वार्ड में अपनी सर्विस दे रहा है और सैलरी E-वार्ड से ले रहा है..जबकि इन दिनों E-वार्ड मनपा ऑफिस में एक भी सहायक इंजीनियर नहीं हैं..